सोनम वांगचुक और लद्दाख के लोगों के आमरण अनशन के समर्थन में एक दिवसीय उपवास त्रिवेणी घाट में रखा
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ऋषिकेश। दिनांक 17 मार्च 2024 को धार्मिक और सामाजिक संगठन राष्ट्रीय जनता पावर के सभी सदस्यों ने अध्यक्ष श्री सुरेंद्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में लद्दाख में चल रहे पर्यावरण विद और शिक्षक सोनम वांगचुक और लद्दाख के लोगों के आमरण अनशन के समर्थन में एक दिवसीय उपवास त्रिवेणी घाट में रखा।
राष्ट्रीय जनता पावर के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र सिंह नेगी जी ने कहा की लद्दाख के लोगों को संवैधानिक अधिकार मिलने चाहिए। उन्होंने कहा की 5 अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसले लेकर जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया था. इसके बाद जम्मू कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बने थे. जम्मू कश्मीर में विधायिका दी गई, लेकिन लद्दाख में विधायिका नहीं बनाई गई.
जिससे यहां के लोगों का कहना है कि संवैधानिक सुरक्षा न मिलने से यहां के ज़मीन, रोज़गार, पर्यावरण की सुरक्षा और सांस्कृतिक पहचान सब पर असुरक्षा की भावना घर कर गई है.
इस अवसर पर समाजसेवी विकास चंद्र रयाल ने जोर देकर कहा कि किसी भी राज्य के लोगों को उनके मौलिक एवं संवैधानिक अधिकार मिलने चाहिए, समाजसेवी अरविंद हटवाल ने कहा कि उत्तराखंड और लद्दाख एक जैसी भौगोलिक परिस्थितियों से गुजरने वाले प्रदेश हैं मौलिक अधिकारों के दोहन जिस प्रकार से उत्तराखंड में हो रहा है वह लद्दाख के भविष्य की भयावह तस्वीर दिखाता है.
इस अवसर पर संजय सिलस्वाल ने कहा कि पहाड़ों को सुरक्षित करने की बहुत जरूरत है, यहां के मूल निवासियों एवं यहां के संसाधनों पर मूल निवासियों का अधिकार, संस्कृति के संवर्धन के लिए काम करने की आवश्यकता है.
इस अवसर पर मोहन भंडारी, धर्मवीर प्रजापति, प्रवीण असवाल, राजेश पयाल, किशन कलूडा, वीपी भारद्वाज, अमित चौहान, रमेश सिंह, प्रवीण जाटव, रमेश सिंह जेठूड़ी, यशवंत रावत, कमल रावत, शिव शंकर रयाल आदि ने उपवास को समर्थन दिया।
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