आखिर कैसे मार्केट रेट से इतनी कम कीमत पर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बेचते हैं सामान
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फेस्टिव सीजन या किसी खास मौके पर ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स आपको भयंकर डिस्काउंट ऑफर करने लगते हैं। यह डिस्काउंट कई बार 70 और 80 परसेंट तक चला जाना आम बात है। हालांकि इस डिस्काउंट के पीछे क्या वजह है और कैसे मार्केट रेट से इतनी कम कीमत पर प्रोडक्ट्स को बेचा जाता है आइये इस विषय पर नजर डालते हैं।
खासकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स जो काफी ज्यादा सस्ते दाम में बेचे जाते हैं वह असल में रिफर्बिश्ड होते हैं। जिसका मतलब यह हुआ कि कुछ प्रोडक्ट्स जो खराब हो जाते हैं कंपनी फिर उन्हें दुबारा रिपेयर करके बेचती है।
ई-कॉमर्स कंपनियों कई बड़े बैंकों के साथ पार्टनरशिप कर लेती है और उनके कार्ड से खरीदारी करने पर प्रोडक्ट्स पर ₹5000 से लेकर ₹10000 तक का डिस्काउंट मिल जाता है। फेस्टिव सीजन पर ऐसा सबसे ज्यादा देखने को मिलता है।
कई बार सेलर्स जब अपने प्रोडक्ट को बेच नहीं पाते हैं तब वह इन्हें ई-कमर्स वेबसाइट्स पर लिस्ट करवा देते हैं और इन पर काफ़ी ज्यादा डिस्काउंट देते हैं जिससे ग्राहकों को कम दाम में प्रोडक्ट मिल जाते हैं और सेलर्स का भी नुकसान होने से बच जाता है।
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