योग को जीवन का अंग बनाएं: धामी
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ऋषिकेश। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि जैसे हिमालय से सतत बहने वाली मां गंगा की धारा है वैसे ही उत्तराखंड की भूमि से योग और संगीत की प्राचीन परंपरा प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा है कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि योग के माध्यम से प्रकर्ति के साथ हम अपने रिश्ते को अधिक सशक्त बनाएं। योग और संगीत को केवल एक दिन का उत्सव ना माने इस जीवन का अंग बनाएं यह बात मुख्यमंत्री ने परमात्मा निकेतन घाट पर आयोजित गंगा आरती में कहीं।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री स्वजन के साथ प्रमाण निकेतन पहुंचे। वह उन्होंने गंगा आरती कर गंगा का आशीर्वाद लिया इसके बाद उन्होंने विश्व के 25 से अधिक देशों से आए राजदूतों उच्चायुक्त और योग साधकों के साथ मुलाकात की परमात्मा निकेतन के स्वामी चिदानंद स्वामी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच योग को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि योग का उद्देश्य केवल स्वम के स्वास्थ्य की चिंता नहीं, बल्कि समग्र पृथ्वी और पर्यावरण के संरक्षण की सीख भी देता है। उन्होंने कहा है कि योग हमारे विचारों को निर्मल करता है। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि योग केवल आसान वह प्राणायाम नहीं है, यह एक समग्र जीवन शैली है। साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा है कि संगीत और योग आत्मा की दो भाषाएं हैं।
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